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Diljit Dosanjh का ‘दिल-ल्यूमिनाटी’ टूर, विरोध के बावजूद शो की सफलता

पंजाबी सिंगर और अभिनेता Diljit Dosanjh इन दिनों अपने ‘दिल-ल्यूमिनाटी’ इंडिया टूर कंसर्ट के लिए सुर्खियों में हैं। हाल ही में, रविवार को इंदौर में दिलजीत ने एक शानदार शो किया, जो पहले की तरह ही हिट रहा। हालांकि, इंदौर में इस शो के खिलाफ विरोध भी हुआ, लेकिन इसके बावजूद लाखों लोग इस शो में पहुंचे। अब, दिलजीत का अगला शो चंडीगढ़ में 14 दिसंबर को होने वाला है। दिलजीत के शो की टिकटों की बुकिंग भी शुरू हो चुकी है।

इंदौर में दिलजीत का ऐलान – जय श्री महाकाल

इंदौर में शो के दौरान दिलजीत ने ‘जय श्री महाकाल’ का नारा भी लगाया। इस दौरान दिलजीत ने कहा कि देश में काफी समय से यह अफवाहें उड़ रही हैं कि उनके शो की टिकटें काले बाजार में बिक रही हैं। इसके जवाब में दिलजीत ने कहा, “अगर मेरी टिकटें काले बाजार में बिक रही हैं तो इसमें मेरा क्या दोष है?”

कंसर्ट खत्म होने के बाद दिलजीत ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक वीडियो शेयर किया, जिसमें उन्होंने कहा, “मुझ पर एक केस चल रहा है कि मेरी टिकटें काले बाजार में बिक रही हैं। तो भाई, अगर आप 10 रुपये की टिकट को 100 रुपये में बेच रहे हैं तो उसमें कलाकार का क्या दोष?”

Diljit Dosanjh का 'दिल-ल्यूमिनाटी' टूर, विरोध के बावजूद शो की सफलता

राहत इन्दोरी की शेर का जिक्र

दिलजीत ने अपनी बात को और स्पष्ट करते हुए राहत इन्दोरी के शेर को भी जिक्र किया। दिलजीत ने शेर सुनाते हुए कहा, “मेरे कमरे में नहीं, कहीं और रखो… तुमने आसमान लाया है, लाओ, उसे ज़मीन पर रखो, अब तुम मेरे कातिल को कहाँ ढूंढोगे… तुमने मुझ पर हत्या का इल्जाम मढ़ दिया है।”

दिलजीत ने यह भी कहा कि वह किसी भी तरह के मानहानि के आरोप से नहीं डरते। उन्होंने कहा, “जब से सिनेमा आया है, तब से टिकटें काले बाजार में बिक रही हैं। 20 का 10, ये सब कुछ बहुत पहले से चल रहा है।”

समय में आया बदलाव

दिलजीत ने यह भी बताया कि अब समय बदल चुका है। पहले गायक अभिनेता के पीछे गाते थे, लेकिन अब गायक खुद सामने आ गए हैं। उन्होंने यह बदलाव का सबसे बड़ा कारण बताया। “अब समय बदल चुका है। पहले गायक अभिनेता के पीछे गाते थे, अब गायक खुद आ गए हैं।”

कान ऑजला और एपी ढिल्लो के लिए शुभकामनाएं

दिलजीत ने आगे कहा, “मेरे दो और भाई कंसर्ट टूर पर निकल पड़े हैं, जिनमें से एक हैं करण ऑजला और दूसरे हैं एपी ढिल्लो। दोनों को ढेर सारी शुभकामनाएं!” दिलजीत ने कहा कि यह स्वतंत्र संगीत का दौर है और समस्याएँ आती रहेंगी, लेकिन हम मेहनत करते रहेंगे। “भारत का स्वतंत्र संगीत का समय अब आ चुका है।”

विदेशी कलाकारों की टिकटें भी काले बाजार में बिकती थीं

दिलजीत ने यह भी बताया कि पहले जब विदेशी कलाकार भारत आते थे, तो उनकी शो की टिकटें भी काले बाजार में बिकती थीं। अब भारतीय कलाकारों की टिकटें काले बाजार में बिक रही हैं, यह कुछ नया नहीं है। यह ‘वोकल फॉर लोकल’ का हिस्सा है।

दिल-ल्यूमिनाटी टूर की शुरुआत

दिलजीत का ‘दिल-ल्यूमिनाटी’ इंडिया टूर 26 अक्टूबर से दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम से शुरू हुआ था। यह टूर भारत के 10 शहरों में आयोजित हो रहा है, जो अक्टूबर से दिसंबर तक चलेगा। इस टूर के दौरान दिलजीत देश भर के अपने फैंस के बीच अपनी आवाज और अदायगी का जलवा बिखेरेंगे।

विरोधों के बावजूद शो की सफलता

दिलजीत के शो में विरोध के बावजूद उनकी लोकप्रियता में कोई कमी नहीं आई है। इंदौर में भी उनका शो हिट रहा और लाखों लोग उनकी आवाज का लुत्फ उठाने पहुंचे। दिलजीत की फैन फॉलोइंग भारत के विभिन्न हिस्सों में बहुत बड़ी है, और उनका यह टूर इसकी एक और गवाह है।

दिलजीत का मानना है कि जब तक मेहनत और संघर्ष जारी रहेगा, तब तक उनके शो सफल होते रहेंगे। उनके इस बयान ने यह साफ कर दिया कि उनका उद्देश्य केवल अपनी कला को दुनिया तक पहुंचाना है, और वह किसी भी तरह के विवाद से डरने वाले नहीं हैं।

संगीत की स्वतंत्रता और काले बाजार पर दिलजीत का नजरिया

दिलजीत का यह मानना है कि भारतीय संगीत उद्योग अब स्वतंत्र हो चुका है और इसमें कई बदलाव आ रहे हैं। उनका कहना है कि आजकल सिंगर्स को खुद को साबित करने का मौका मिल रहा है। इससे पहले, संगीत और कला का अधिकांश हिस्सा अभिनेता के साथ जुड़ा हुआ था। लेकिन अब यह समय बदल चुका है और सिंगर्स खुद अपने प्रदर्शन के लिए पहचान बना रहे हैं।

दिलजीत ने यह भी कहा कि काले बाजार की समस्या हमेशा से रही है, और आजकल यह किसी एक कलाकार से संबंधित नहीं है। वह मानते हैं कि यह समस्या केवल उनके शो के साथ नहीं, बल्कि पहले विदेशी कलाकारों के शो के साथ भी थी। इसलिए इस मामले में उनका कोई दोष नहीं है।

आगे का रास्ता और योजनाएं

दिलजीत के लिए उनका ‘दिल-ल्यूमिनाटी’ टूर केवल एक शुरुआत है। वह भविष्य में और भी संगीत शो और कंसर्ट आयोजित करने की योजना बना रहे हैं, ताकि उनकी कला और संगीत को और भी व्यापक रूप से पेश किया जा सके। इसके साथ ही वह यह भी चाहते हैं कि भारतीय संगीत उद्योग अपने पैरों पर खड़ा हो और दुनिया भर में अपनी पहचान बनाए।

दिलजीत दोसांझ का यह टूर सिर्फ एक संगीत यात्रा नहीं है, बल्कि यह भारतीय संगीत उद्योग में एक नई दिशा को दर्शाता है। उनके शो और बयान यह साबित करते हैं कि आजकल भारतीय सिंगर्स और कलाकार अपनी मेहनत और संघर्ष से अपनी पहचान बना रहे हैं, और काले बाजार जैसी समस्याओं के बावजूद उनके रास्ते में कोई भी रुकावट नहीं आ सकती।

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